नमस्कार दोस्तों,
आज हम इस आपकों कुत्तों( Dog) कि उन नस्लों कि जानकारियाँ देने वाले है.
जिनकी लोकप्रियता हर साल बढती जा रही है. और यह कुत्तो (Dog) कि प्रजातियाँ दुनिया भर में काफि प्रचलित हैं और हर कोईं इन्हें अपनें घरों में पालना चाहेगा.
1) डाक्सहूण्ड (Dachshund)
इन कुत्तों (Dog) का विकास जर्मनी में 16 वीं शताब्दी के दौरान हुआ था. डाक्सहूण्ड दिखने में बहुत ही आकर्षक और स्वभाव से काफी चंचल होते है,
इस नस्ल के कुत्तों के पास बुधिमत्ता अधिक होती है, जिसकी बदौलत यह जन्म से ही बहुत कुछ सीख जाते हैं. डाक्सहूण्ड सबके आकर्षण का केंद्र बहोत जल्दी हो जाते है. जिन परिवारों में उम्र में बड़े बच्चे होते है, उन घर में यह ब्रीड पालने की सलाह दी जाती है, क्योंकि इन्हें पालने के लिए ज्यादा समझदारी से काम लेना होता है. डाक्सहूण्ड स्वभाव से ही अपने परिवार के प्रति पूरी तरह से समर्पित होतें हैं.
घर में अजनबी के दिखते ही ये खूब शोर मचाते है.
डाक्सहूण्ड को हप्ते में कम से कम एक बार बालों को ब्रशिंग करने की आवश्यकता होती है. और स्वस्थ रहने के लिए कभी-कभी इन्हें अपने साथ घर से बाहर टहलाने ले जाना पडता है.
इन नस्ल के कुत्ते बिल्डिंग अपार्टमेंट और छोटे घरों में भी काफी सुकून से रहते है. इनकी आयु लगभग 12 से 14 साल तक की होती है.
2) बॉर्डर कोल्ली (Border Collie)
बॉर्डर कोल्ली नस्ल का जन्म एंग्लो स्कॉटिश बॉर्डर पर हुआ है. इस नस्ल को मुख्य रूप से पशुओं के देखभाल, फार्म हाउस के जानवरों की रखवाली के लिए होता हैं.
उम्मीद के मुताबिक बॉर्डर कोल्ली अपने काम में माहिर होते हैं. नस्ल उर्जावान और बेहद फुर्तीली होती है. शुरुवात में इसको ज्यादातर वही लोग पसंद करते थे, जिनके पास फार्म हाउस होते थे. समय के साथ-साथ इस प्रजाति को टेलीविजन के माध्यम से काफि प्रसिद्धी मिलती गई .
इन्हें एथलेटिक डॉग भी कहा जाता है. इस डॉग नस्ल को खेलना कूदना और खास करके दौड़ना बहुत पसंद होता है. इन्हें 1 से 2 घंटे घर से बाहर घुमाने ले जाना जरुरी हैं. और इनके साथ समय बिताना बहुत ही जरुरी होता है.
क्योंकि ऐसा नहीं करने पर यह तनाव में आ जाते है और यह घर की चीजे जैसे चप्पल, सोफा और अन्य चीजों इत्यादि को चबा सकते है.
बच्चों के साथ मस्ती करने के लिए और घर की रखवाली के लिए यह नस्ल एक अच्छी पसंद है. बॉर्डर कोल्ली के बाल लंबे होते है, इसलिए इन्हें हप्ते में एक या दो बार इनके बालों को ब्रशिंग करने की आवश्कता पडती है.
इस डॉग नस्ल की आयु सीमा 12 से 15 साल तक होती है,
3) इंग्लिश कॉकर स्पेनियल प्रजाति (English Cocker Spaniel)
यह नस्ल के डॉग का जन्म स्थान इंग्लैंड है. इनकी खूबसूरती और चतुर स्वभाव की वजह से दुनिया भर में इनकों जाना जाता हैं
स्वभाव से ही इस नस्ल डॉग इंसानों से जल्दी मिलनसार जाते है. यह काफी बुद्धिमान और सतर्क होते है,
इंग्लिश कॉकर स्पेनियल काफी खुशमिजाज होते है, इन्हें हर वक्त किसी ना किसी का साथ खेलना अच्छा लगता हैं.
छोंटें खेलने के लिए यह डॉग नस्ल एक बढ़िया विकल्प है, क्योंकि बच्चों के साथ खेलना और इन्हें बहुत पसंद होता है.
इन्हें ऊचें स्वरों वाली आवाजो से परेशान हो जाती है, .
इंग्लिश कॉकर स्पेनियल की आयु 11 से 12 साल की होती है.
) बुल टेरियर प्रजाति (Bull Terrier)
इस नस्ल को 19 वी शताब्दी में जेम्स हिंक्स नामक एक व्यक्ति ने विकसित किया था, अंडे के आकार का सिर, त्रिकोण आंखें और एक मजबूत शरीर की वजह से, यह डॉग की सभी नस्लों में सबसें अलग होता हैं.
यह कोई फाइटर या आक्रामक नस्ल नहीं है . यह प्यारें और खुबसुरत होतें हैं. परिवार के साथ स्नेह के साथ रहते है.
बुल टेरियर स्वभाव से चचंल और मनमानी करने वाले होते है, इन्हें हर वक्त खेलते रहना बहुत ज्यादा पसंद है.
बुल टेरियर एक बेहतर Watch dog भी है. घर की सुरक्षा का भार इन्हें आसानी से सौंप सकते.
परिवार के सदस्य के आलावा किस अंजान व्यक्ति के मौजूदगी महसूस होने पर यह सतर्क हो जाते है.
इस नस्ल के डॉग को स्वस्थ रखने के लिए, इन्हें रोजाना कसरत की आवश्कता होती है, इसलिए इन्हें अपने साथ बाहर खेलने या लंबी दुरी तक टहलने जरूरी होता हैं.
बुल टेरियर की उम्र 12 से 13 साल तक होती है.
5) चिहुआहुआ (Chihuahua)
इतिहासकारों की मान्यता अनुसार इस डॉग नस्ल का जन्मस्थान मेक्सिको माना जाता है.
आकार में छोटा और सुंदर होने की वजह से यह कई डॉग प्रेमियों कि पहली पसंद चिहुहुआ बन चूका है. विशेष रूप से महिलाएं चिहुआहुआ को ज्यादा पसंद करती है.
चिहुआहुआ अपनी नस्ल के साथ रहना ज्यादा पसंद करता है, पर अगर अच्छें से सिखाया जाए तो यह एक अच्छा साथी बन सकता है.
चिहुआहुआ की आयु सीमा दुसरे कुत्तो के मुकाबले अधिक होती है. यह लगभग 10 से 17 वर्षों तक जीवित रह सकता है.
चिहुआहुआ को जरूरत से अधिक खिलाते रहने से इसके स्वास्थ पर बुरा असर हो सकता है.
यह मधुमेह जैसी बीमारी से भी पीड़ित हो सकते है.
आशा करतें हैं आप को यह पढ़कर अच्छा लगा होगा.